उत्तराखंड
चंपावत में आधिकारियों का ये रवैया…..! सड़क बंद एंबुलेंस बनी डोली से ग्रामीणों ने सड़क तक पहुंचाई बीमार महिला
चंपावत जिले के बाराकोट ब्लॉक के दूरस्थ सील गांव के बरुड़ी तोक की सड़क बीते दिनों आई आपदा से पूरी तरह बह गई है गांव को जोड़ने वाली दोनों सड़के बंद पड़ी है जिस कारण क्षेत्र के कई गांवो का अन्य जगहो से संपर्क पूरी तरह कट चुका है सोमवार को गांव की बुजुर्ग महिला लक्ष्मी देवी(60) की तबीयत अचानक बिगड़ गई दोनों ओर से सड़के बंद होने से गांव के ग्रामीण महिला को डोली के सहारे तीन किलोमीटर उबड़ खाबड़ व टूटे हुए रास्तों से दो घंटे की कठिन पैदल यात्रा कर नेत्र तक लाए ।जहां से वाहन के जरिए घाट होते हुए महिला को लोहाघाट अस्पताल लाया गया । ग्रामीणों ने बताया कि गंगाली और नेत्र सलान की सड़क पूरी तरह बंद पड़ी है जिस कारण क्षेत्र में काफी दिक्कतें हो रही हैं ग्रामीणों ने प्रशासन से जल्द से जल्द सड़क खोलने की मांग की है स्थानीय लोग़ो ने बताया कि सड़क बंद होने के साथ-साथ क्षेत्र के पैदल रास्ते व पेयजल योजनाएं बह चुकी हैं गांव के युवा रोजगार की तलाश में बाहर निकल चुके हैं जिस कारण बुजुर्ग किसी तरह महिला को डोली के सहारे सड़क तक लाए उन्होंने प्रशासन से जल्द से जल्द क्षेत्र की सड़क को खोलने की मांग उठाई उन्होंने कहा सड़क बंद होने से ग्रामीणों को कई प्रकार की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है