उत्तराखण्ड
उत्तराखंड पुलिस मंथन-समाधान एवं चुनौतियां पुलिस सप्ताह के दौरान हुआ अहम मुद्दों पर गहन मंथन…
देहरादून के आम जनता के साथ ‘पब्लिक इन्ट्रेक्शन‘ कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मेयर देहरादून सुनिल उनियाल गामा उपस्थित रहे। डीजीपी अशोक कुमार द्वारा ‘पब्लिक इन्ट्रेक्शन‘ कार्यक्रम में सभी समस्याओं एवं सुझावों को सुना गया और उनके निराकरण हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया गया।
‘पब्लिक इन्ट्रेक्शन‘ कार्यक्रम के उद्देश्य के सम्बन्ध में पुलिस महानिरीक्षक, एससीआरबी/महा समादेष्टा होमगार्ड व सिविल डिफेन्स- केवल खुराना द्वारा ब्रीफ करते हुए बताया गया कि पहली बार उत्तराखण्ड पुलिस में पुलिस ऑफिसर्स एवं जनता के बीच इन्ट्रेक्शन रखा गया है, जिसमें सभी रेंज एवं जनपद प्रभारी सीधे जनता से जुड़ रहे हैं। इस गोष्ठी का उद्देश्य जनता से ट्रैफिक, लॉ एंड ऑडर, आदि पुलिसिंग सम्बन्धी विषयों पर उनके सुझाव, समस्याओं को लेकर अपने संसाधनों से उनका समाधान करने का प्रयास करेंगे। समाज की समस्याओं का हल जनता के सहयोग से ही किया जा सकता है। समाज एवं पुलिस के बीच समन्वय हेतु आप ट्रैफिक वॉलंटियर एवं सिविल डिफेंस से जुड़ें।डीजीपी अशोक कुमार ने अपने सम्बोधन में कहा कि इस मंथन में जनता की राय ली जाएगी कि जनता को पुलिस से क्या अपेक्षाएं हैं और उनके क्या समाधान हैं। पुलिसिंग में क्या बदलाव की जरूरत है। जनता भी अच्छा कार्य करने वाले पुलिस जवानों को सम्मान दे, जिससे उनका मनोबल बढ़े। सभी जनपद प्रभारियों को समझना होगा कि पुलिसिंग हम जनता के लिए कर रहे हैं। उत्तराखण्ड पुलिस मित्र पुलिस सिर्फ आम जनता के लिए है। बदमाशों और अपराधियों में पुलिस का डर होना चाहिए। जनता से निरंतर संवाद करें, जिससे हम और बेहतर कर पाएं। यातायात एवं महिला सुरक्षा सम्बन्धी कानूनों की जानकारी भी जनता तक पहुंचाई जाए।
मेयर सुनिल उनियाल ने कहा कि पुलिस और जनता के बीच इस संवाद से निश्चित ही अच्छे परिणाम आएंगे। हमारी पुलिस लगातार काफी अच्छा कार्य कर रही है। जनता को भी उसका मनोबल बढ़ाना चाहिए। शहर में पार्किंग की समस्या के निराकरण के लिए एमडीडीए, नगर निगम और पुलिस कार्य कर रही है। क्लीन दून, स्वच्छ दून के लिए उत्तराखण्ड पुलिस और नगर निगम द्वारा मिलकर एक अभियान चलाया जाएगा।
कार्यक्रम के दौरान पुलिस डीजीपी द्वारा जनता के साथ विचार-विमर्श कर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए-
- पुलिस हेल्पलाइन से सम्बन्धित प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में किसी भी आपातकालीन स्थिति हेतु डायल 112 हेल्पलाइन है। इसका अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जाएगा।
- शिकायतकर्ता या जनता के साथ पुलिस कर्मियों का व्यवहार सही हो इसके लिए प्रशिक्षण में व्यवहारिक और सॉफ्ट सिक्ल्स को जोड़ा जाएगा।
- समस्त जनपद प्रभारियों को शिक्षा विभाग के अधिकारियों एवं स्कूल/कॉलेजों के प्रधानाचार्यों के साथ गोष्ठी कर छात्राओं को गौरा शक्ति पोर्टल में रजिस्टेशन कराने हेतु निर्देशित किया।
- स्कूल एवं कॉलेजों में छात्रों को पुलिस लाइन देहरादून में 01 सप्ताह का आत्म रक्षा का प्रशिक्षण दिये जाने का निर्णय लिया गया।
- यातायात नियमों के उल्लंघन, रेलवे फाटक पर गलत तरीके से चलकर जाम लगाने, लैफ्ट साइड को जाम करने, रेड लाइट जम्प करने वालों की समस्या के सम्बन्ध में उत्तराखण्ड पुलिस एप के ट्रैफिक आई फीचर का उपयोग करने हेतु बताया गया, जिससे ट्रैफिक नियम उल्लंघन करने वाले की सूचना एप पर अपलोड कर उसका चालान करा पाएं।
- स्कूल/कॉलेजों के आस-पास तम्बाकू उत्पाद बेचने वालों के विरूद्ध कोटपा एक्ट के अन्तर्गत कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया।
- शहर एवं पर्यटक स्थलों पर गंदगी फैलने वालों के विरूद्ध पुलिस एक्ट के अन्तर्गत कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
- मुख्य-मुख्य चौराहों पर प्रसारित हो रहे यातायात सम्बन्धी जागरूकता सन्देशों के साथ नशे से बचाव और सिविक सेंस से सम्बन्धित जागरूकता सन्देश भी प्रसारित करने हेतु निदेशक यातायात को निर्देश दिए गए।
- किसी भी ऑनलाइन ट्रेडिग साइट व लॉटरी एवं ईनाम जीतने के लालच में आकर धनराशि देने तथा अपनी व्यक्तिगत जानकारी व महत्वपूर्ण डाटा शेयर करने से बचें। कोई भी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर हेल्पलाईन 1930 पर सम्पर्क करने हेतु बताया गया।