उत्तराखंड
उत्तराखंड में मानव–वन्यजीव संघर्ष लगातार जारी, स्कूली बच्चों पर मंडरा रहा खौफनाक खतरा
उत्तराखंड में इन दिनों मानव और वन्य जीव संघर्ष की घटनाओं ने अब नया मोड़ ले लिया है, अब इस संघर्ष ने स्कूली बच्चों की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर चिंता खड़ी कर दी है। आलम यह है कि कई जिलों में जंगली जानवर अब घरों तक आने लगे हैं, जिससे रिहायसी इलाकों में अब स्कूली बच्चों पर भी हमले का खतरा मंडरा रहा है। वहीं अब उत्तराखंड में वन्य जीवों के आमजन पर बढ़ते हमलों को देखकर सरकार और वन विभाग अलर्ट मोड में आ गया है। वन विभाग ने आगे आकर इस विषय पर जानकारी देते हुए कहा कि वन विभाग की टीमें लगातार गश्त कर रही हैं, संवेदनशील इलाकों में पिंजरे लगाए गए हैं और जानवरों को ट्रैंकुलाइज करने की कार्रवाई भी जारी है। वहीं सरकारी आदेशों का अनुपालन करते हुए वन विभाग ने बताया कि हमें सरकार की ओर से स्पष्ट आदेश प्राप्त हुए हैं कि अगर किसी स्थान पर स्थिति बेकाबू होती है और जन-जीवन पर सीधा खतरा बनता है, तो वन विभाग सख्त कदम उठाने के लिए भी पूर्ण रुप से स्वछंद है।
स्कूली बच्चों पर मंडरा रहा खौफनाक खतरा
उत्तराखंड में मानव और वन्य जीव का संघर्ष अब सचमुच राज्य सरकार के लिए चिंतन का विषय बन चुका है। वहीं शिक्षा विभाग ने स्कूली बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए प्रभावित इलाकों के प्राथमिक स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था के बारे में भी जानकारी दी है। वहीं कुछ स्कूलों में बच्चों को सुरक्षित लाने–ले जाने की जिम्मेदारी वन विभाग की टीम निभा रही है, शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत का कहना है कि जिन जिलों में जंगली जानवरों की बढ़ती गतिविधियों से समस्याओं सामने आई है वहां तुरंत एक्शन लिया गया है। वन विभाग की टीम तैनात की गई है, पिंजरे लगाए गए हैं और स्थिति पर नजर रखी जा रही है और अब हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं।





