उत्तराखंड
उत्तराखंड में सिख समुदाय पर टिप्पणी से गरमाई सियासत, मुख्यमंत्री धामी ने दी आधिकारिक प्रतिक्रिया
उत्तराखंड में इन दिनों सियासी अंगारे अपने चरम पर सुलग रहे हैं, हर नए दिन के साथ एक नया विवादिय बयान राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा रहा है। हाल ही पूर्व कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस चुनाव प्रबंधन समिति के अध्यक्ष हरक सिंह रावत द्वारा सिख समुदाय पर करी गई टिप्पणी को लेकर बवाल मचा हुआ है। दरअसल बार एसोसिएशन के धरना स्थल पर दिया गया उनका बयान बीते दिनों से लगातार सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिससे राजनीतिक तापमान लगातार चढ़ता जा रहा है। वहीं अब इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की भी पहली आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने आई है, मुख्यमंत्री धामी ने साफ शब्दों में कहा कि किसी भी समुदाय के खिलाफ इस तरह की टिप्पणी बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है। सिख गुरुओं का इतिहास भारत की आन-बान-शान और हमारी संस्कृति की रक्षा का प्रतिक है, प्रथम गुरु गुरु नानक देव जी से लेकर दसवें गुरु गुरु गोविंद सिंह जी के बलिदान हमें सदैव प्रेरणा देते हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने दी आधिकारिक प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सिख समुदाय के सम्मान और श्रद्धा से जुड़े कई ऐतिहासिक फैसले लिए गए हैं, चाहे 1984 के दोषियों को सज़ा दिलाने की बात हो, करतारपुर कॉरिडोर का निर्माण हो, अफगानिस्तान से पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब को सुरक्षित भारत लाना हो या स्वर्ण मंदिर को इनकम टैक्स से मुक्त करना। इन सभी महत्वपूर्ण फैसलों से सिख समाज के प्रति सरकार का सम्मान दिखाई देता है। मुख्यमंत्री धामी ने आगे कहा कि उत्तराखंड में भी हेमकुंड साहिब जाने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रोपवे निर्माण का कार्य जारी है, ताकि देश-विदेश से आने वाले सिख श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कठिनाई न हो। सीएम धामी ने दो टूक कहा कि हमारे लिए सिख समाज अत्यंत पूजनीय है और इस प्रकार की टिप्पणियों से किसी की भावनाएं आहत हों, ऐसा कभी नहीं होना चाहिए।





