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शराब तस्करों की कमर तोड़ने में जुटी आबकारी निरीक्षक प्रेरणा बिष्ट… पकड़ा अवैध शराब का जखीरा…
देहरादून। राजधानी में आबकारी विभाग की सख्त निगरानी और लगातार छापेमारी से नकली शराब बेचने वाले गिरोहों की कमर टूट रही है। इसी कड़ी में शुक्रवार को आबकारी विभाग की टीम ने रायपुर क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई करते हुए नकली शराब का धंधा करने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। यह व्यक्ति हरियाणा से अवैध अंग्रेजी शराब लाकर उत्तराखंड के शराब ब्रांड के नकली मोनोग्राम और लोगों के जरिए बाजार में सप्लाई कर रहा था। टीम ने आरोपी के पास से करीब डेढ़ लाख रुपए की अवैध अंग्रेजी शराब, खाली पव्वे, और उत्तराखंड ब्रांड के जाली स्टिकर बरामद किए हैं।
आबकारी निरीक्षक प्रेरणा बिष्ट के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई में यह खुलासा हुआ है कि आरोपी विकास, मूल रूप से उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले का रहने वाला है। वह लंबे समय से एक अन्य व्यक्ति के साथ मिलकर हरियाणा से सस्ती शराब लाकर उसे देहरादून में उत्तराखंड के लोकप्रिय ब्रांड की खाली बोतलों में भरता था और बाजार में ऊंचे दामों पर बेचता था। आरोपी शराब की तस्करी के लिए जिस कार का इस्तेमाल कर रहा था, उस पर ‘एडवोकेट’ का फर्जी स्टीकर चिपकाया गया था ताकि वह पुलिस की नजरों से बच सके। यह गाड़ी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर आरटीओ में पंजीकृत है, जिससे यह भी संदेह जताया जा रहा है कि इस अवैध कारोबार में कुछ अन्य स्थानीय लोग भी शामिल हो सकते हैं।
गोपनीय सूचना के आधार पर की गई इस कार्रवाई में विभाग को बड़ी सफलता मिली है। आबकारी निरीक्षक प्रेरणा बिष्ट ने बताया कि विभाग को सूचना मिली थी कि सहारनपुर निवासी एक व्यक्ति रायपुर क्षेत्र में नकली शराब की खेप लेकर पहुंचने वाला है। त्वरित कार्रवाई करते हुए विभाग ने इलाके में निगरानी शुरू की और आखिरकार आरोपी को पकड़ लिया गया।
बरामद सामग्री में हरियाणा ब्रांड की शराब के अलावा बड़ी संख्या में उत्तराखंड ब्रांड के नकली स्टिकर, सील पैकिंग सामग्री, और खाली शराब की बोतलें (पव्वे) शामिल हैं, जिनका उपयोग कर आरोपी असली उत्तराखंडी शराब का भ्रम पैदा करता था। इससे न केवल सरकार के राजस्व को भारी नुकसान पहुंच रहा था, बल्कि लोगों की सेहत के साथ भी खिलवाड़ किया जा रहा था।
प्रेरणा बिष्ट ने बताया कि इस तरह की अवैध गतिविधियों के खिलाफ आबकारी विभाग लगातार अभियान चला रहा है और भविष्य में भी ऐसे अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई जारी रहेगी। विभाग इस पूरे नेटवर्क की गहन जांच कर रहा है ताकि शराब तस्करी से जुड़े अन्य लोगों को भी जल्द गिरफ्तार किया जा सके।
वहीं, इस घटना ने राजधानी देहरादून में नकली शराब के बढ़ते खतरे की ओर फिर से ध्यान खींचा है। यह मामला साफ तौर पर दर्शाता है कि किस तरह कुछ शातिर तस्कर लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं और सरकारी व्यवस्था को चकमा देकर अवैध रूप से मुनाफा कमा रहे हैं। ऐसे में आम जनता को भी सजग रहने की जरूरत है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत प्रशासन को देनी चाहिए।
इस मामले में आबकारी विभाग द्वारा आगे की जांच जारी है और जल्द ही तस्करी के इस पूरे रैकेट का पर्दाफाश होने की संभावना जताई जा रही है।

