उत्तराखंड
उत्तराखंड में हेली सेवा का गुणगान, पर्वतीय क्षेत्रों के लिए साबित हो रही वरदान
उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों की दुर्गमता और दूरस्थता की कमर तोड़ने के लिए राज्य सरकार द्वारा चलायमान हेली सेवा ने राज्य में अपने झंडे गाढ़ दिए हैं। बागेश्वर जिले में गरुड़ विकासखंड के मेला डूंगरी हेलीपैड पर उत्तराखंड राज्य सरकार एवं यूकाडा की हैली सर्विस जनपद वासियों के लिए मुफीद साबित हो रही है। योजना के तहत बागेश्वर से देहरादून तक रोजाना मेला डूंगरी हेलीपैड (बागेश्वर) से देहरादून के लिए हेली सेवा समयबद्ध तरीके से उड़ान भरती है। इस योजना का लाभ जिलावासियों को आम आदमी से लेकर मरीजों तक हर प्रकार की सेवा के साथ सफर करने के रुप में मिल रहा है। हेली सेवा के माध्यम से स्थानिय कम समय में अपने चयनित गंतव्य स्थान तक पहुंच पा रहे हैं। इस योजना की आवश्यक्ता का आंकलन इस बात से लगाया जा सकता है कि शादी के सीजन के समय भी हेली सेवा की बुकिंग हफ्ते भर तक फुल रही। उत्तराखंड सरकार की यह हेली सेवा पर्वतीय क्षेत्रों में निवास करने वाले लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।
पर्वतीय क्षेत्रों के लिए हेली सेवा है वरदान
उत्तराखंड में हेली सेवा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उत्तराखंड सरकार के दर्जा राज्य मंत्री शिव सिंह बिष्ट ने बताया कि राज्य सरकार की यह उड़ान योजना न सिर्फ जनपद वासियों के लिए बल्कि पड़ोसी जनपद जैसे अल्मोड़ा,चमोली, पिथौरागढ़ सीमा पर बसे लोगों के लिए भी वरदान साबित हो रही है। खासतौर पर बीमार बुजुर्गों के लिए उड़ान योजना मुफिद साबित हो रही है। कम दाम में लोग एक स्थान से दूसरे स्थान पर कम समय पर पहुंच रहे है। उन्होंने जानकारी दी भविष्य में उड़ान योजना का विस्तार जिला मुख्यालय बागेश्वर और कपकोट तहसील में भी किया जाएगा।





