उत्तराखंड
आपात स्थिति से निपटने की तैयारी: बेसमेंट को बंकर के रूप में इस्तेमाल करने की योजना पर वीसी एमडीडीए सक्रिय…
देश में बन रहे संभावित युद्ध जैसे हालातों के मद्देनजर देहरादून में आपातकालीन तैयारियों का दौर शुरू हो गया है। इसी क्रम में मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) ने एक महत्त्वपूर्ण कदम उठाते हुए शहर में मौजूद सभी कॉम्प्लेक्सों के बेसमेंट की स्थिति की जांच और उन्हें संभावित बंकर के रूप में तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
एमडीडीए के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने प्राधिकरण के अभियंताओं के साथ इस विषय पर एक बैठक की, जिसमें उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी बेसमेंट को खाली कराया जाए और वहां आपातकालीन परिस्थितियों में इस्तेमाल हेतु आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने कहा कि शहर के विभिन्न काम्प्लेक्सों में बने बेसमेंट, जो सामान्यतः पार्किंग अथवा कुछ स्थानों पर व्यावसायिक कार्यों में उपयोग हो रहे हैं, उन्हें अब संभावित बंकर के रूप में उपयोग के लिए तैयार किया जाएगा।उपाध्यक्ष ने अभियंताओं को अपने-अपने सेक्टरों में स्थित समस्त काम्प्लेक्सों की तत्काल जांच करने के निर्देश दिए हैं। इसके अंतर्गत यह सुनिश्चित किया जाएगा कि बेसमेंट में किसी प्रकार की गैरकानूनी या अवांछित गतिविधि न हो रही हो। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जिन भवनों में बेसमेंट पार्किंग के स्थान पर अन्य कार्य हो रहे हैं, उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी और उन्हें नोटिस जारी किए जाएंगे।
आपात स्थिति के दृष्टिगत इन बेसमेंट्स में रैंप की व्यवस्था, साफ-सफाई, रोशनी, बिजली-पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जाएगी। इस पूरी प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूर्ण करने के निर्देश भी बैठक में दिए गए।
बैठक में प्राधिकरण के सचिव मोहन सिंह बर्निया, संयुक्त सचिव गौरव सिंह चटवाल सहित समस्त अभियंता उपस्थित रहे। प्राधिकरण ने जानकारी दी कि कुछ क्षेत्रों में जांच का कार्य आरंभ कर दिया गया है और मानकों के उल्लंघन पर संबंधित भवन स्वामियों को चेतावनी और कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।
एमडीडीए का यह कदम न केवल आपदा प्रबंधन की दिशा में एक दूरदर्शी प्रयास है, बल्कि शहरी संरचनाओं के वैकल्पिक उपयोग की दिशा में भी एक सशक्त पहल मानी जा रही है। शहरवासियों से भी अपील की गई है कि वे प्राधिकरण के प्रयासों में सहयोग करें और बेसमेंट्स को अव्यवस्थित न रखें, ताकि किसी भी आपात स्थिति में सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

