उत्तराखंड
उत्तराखंड में स्वरोजगार योजना में पौड़ी ने मारी बाजी, जानिए कौन जिले रहे दूसरे-तीसरे स्थान पर
उत्तराखंड में स्वरोजगार योजना अब निखरती और धरातल पर साकार होती नजर आ रही है। इसी कड़ी में उत्तराखंड में अलग-अलग योजनाओं के तहत स्वरोजगार को बढ़ावा देने के मामले में पौड़ी जिले ने टॉप किया है। पौड़ी जिले ने मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत बैंको से स्वरोजगार का सपना साकार करने वाले युवाओं को लाभान्वित करने की दिशा में राजधानी देहरादून समेत हरिद्वार जैसे मैदानी क्षेत्रों को भी पीछे छोड़ दिया है। वहीं इस स्वरोजगार योजना के तहत युवाओं को लाभान्वित करने की दिशा में दूसरे स्थान पर चंपावत और तीसरे स्थान पर टिहरी जिला शामिल हैं।
आपको बता दें कि पौड़ी जिले ने वित्तीय वर्ष 2025 में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत 67.45 प्रतिशत उपलब्धि पाई है। अर्थात इस योजना के लिए पौड़ी जिले को इस वित्तीय वर्ष में 725 लोगों को स्वरोजगार योजना से लाभान्वित करने का लक्ष्य दिया था, जिसमें से बैंकों ने कुल 486 लोगों को मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत लाभान्वित किया है। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत बैंकों ने तय लक्ष्य से 154 अधिक आवेदनों को स्वीकृत किया है।
वित्तीय वर्ष 2025 में इतना हुआ ऋण वितरण
वित्तीय वर्ष 2025 में पौड़ी जिले में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना का लाभ प्राप्त करने वाले लोगों की संख्या कोई काल्पनिक नहीं है बल्कि लीड बैंक की रिपोर्ट इस बात का पुष्ट प्रमाण है। लीड बैंक की रिपोर्ट के अनुसार पौड़ी जिले के 486 स्वरोजगार करने वालों को वित्तीय वर्ष 2025 में बैंकों ने कुल 28.78 करोड़ का ऋण वितरित किया है। अर्थात पौड़ी जिले के 21 बैंको को प्राप्त हुए 862 आवेदनों में से 464 आवेदकों को ही इस योजना के तहत ऋण दिया गया है। युवाओं में स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए एमएसवाई के तहत 25 लाख रुपये ऋण के रूप में मुहैया कराए जाते हैं, जिसमें युवा ब्यूटी सैलून, जिम व फिटनेस सेंटर, मोबाइल रिपेयर आदि स्वरोजगार स्थापित कर सकते हैं।





