उत्तराखंड
कहीं..? कोटद्वार में अतिक्रमण के नाम लिखी जा रही व्यापारियों को पैदल करने की पटकथा…
कोटद्वार, राज्य के मुख्यमंत्री जहां एक और लोगों को रोजगार दिए जाने के साथ ही हर तबके को एकजुट करने का पैगाम दे रहे हैं तो वहीं कोटद्वार में अतिक्रमण हटाए जाने के नाम पर व्यापारियों के खिलाफ अंदर खान जन सेवक अलग ही पटकथा लिख रहे हैं जो बताता है कि जनप्रतिनिधियों में व्यापारियों को लेकर किस प्रकार का षड्यंत्र रचा जा रहा हैं एक तरफ तमाम व्यापारियों को एकजुट करते हुए व्यवस्था बेहतर बनाने की अपील की जाती है तो वहीं पीछे से व्यापार को उजाड़ने के लिए खेल खेला जा रहा है ।। अब कोटद्वार में इसके अलग ही मायने निकलते हुए दिखाई दे रहे हैं जहां आए दिन प्रशासन और व्यापारी आमने-सामने होते हैं और वजह कुछ जन सेवक हैं जो पर्दे के पीछे इस खेल को रचने का काम कर रहे हैं।। एक तरफ सरकार व्यापार को देखते हुए चार धाम यात्रा कोटद्वार से शुरू करने का दम भर रही है तो वहीं कुछ लोगों को यह रास ही नहीं आ रहा है जो बताता है कि कुछ जन सेवक को व्यापारी फूटी आंख नहीं भा रहे हैं। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि व्यापार को उजाड़ कर बेरोजगारी बढ़ाने में कुछ लोग किस प्रकार की महारत हासिल किए हुए हैं हालात ऐसे ही रहे तो वह दिन दूर नहीं जब व्यापार के नाम पर बाजार खाली सड़कों में तब्दील होता हुआ दिखाई देगा, लेकिन कुछ जन सेवकों को इससे कोई सरोकार नहीं है, कुछ जन सेवको ने इसे एजेंडे के रूप में लेकर व्यापारियों के उत्पीड़न करने का पूरा मन बनाया हुआ है अब कोटद्वार के व्यापारियों को राज्य के दरियादिली रखने वाले सीएम से ही उम्मीद रह गई है।